Ajeeb Dastan Hai Ye Kahan Shuru Kahan Khatam - Lata Mangeshkar
Hindi Lyrics
अजीब दास्तां है ये
कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
अजीब दास्तां...
(ये रोशनी के साथ क्यों
धुआँ उठा चिराग से) -२
ये ख़्वाब देखती हूँ मैं
के जग पड़ी हूँ ख़्वाब से
अजीब दास्तां...
(किसीका प्यार लेके तुम
नया जहाँ बसाओगे) -२
ये शाम जब भी आएगी
तुम हमको याद आओगे
अजीब दास्तां...
(मुबारकें तुम्हें के तुम
किसीके नूर हो गए) -२
किसीके इतने पास हो
के सबसे दूर हो गए
अजीब दास्तां...
कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
अजीब दास्तां...
(ये रोशनी के साथ क्यों
धुआँ उठा चिराग से) -२
ये ख़्वाब देखती हूँ मैं
के जग पड़ी हूँ ख़्वाब से
अजीब दास्तां...
(किसीका प्यार लेके तुम
नया जहाँ बसाओगे) -२
ये शाम जब भी आएगी
तुम हमको याद आओगे
अजीब दास्तां...
(मुबारकें तुम्हें के तुम
किसीके नूर हो गए) -२
किसीके इतने पास हो
के सबसे दूर हो गए
अजीब दास्तां...
Song Credits:
Song | Ajeeb Dastan Hai Yeh Kahan Shuru Kahan Khatam |
Movie | Dil Apana Aur Preet Parayee |
Singer | Lata |
Genre | Sad |
Language | Hindi |
Starring | Meena Kumar, Nadira, Helen, Raj Kumar |
Lyricist | Shailendra |
Music Director | Shankar-Jaikishan |
Label | Saregama Music |
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2 टिप्पणियाँ
tumhare post searcg pe aa rahe hain kya?
जवाब देंहटाएंpata nahi mitra! tum hi batao?
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