Presenting Muqaddar ka Sikandar movie song by Kishore Kumar sad song O Saathi Re Tere Bina Bhi Kya Jeena video with Hindi lyrics . Music of this song has directed by Kalyanji Anandji while lyrics of o saathee re tere bina bhee kya jeena has written by Anjaan. Song is taken from the youtube channel Saregama India Ltd.
O Sathi Re Song Credits:
Song | O Saathi Re(Male) |
Movie | Muqaddar ka Sikandar |
Singer | Kishore Kumar |
Lyricist | Anjaan |
Music Director | Kalyanji Anandji |
Label | Saregama India Ltd. |
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ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना लिरिक्स
ल ल ल ...
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
तेरे बिना कुछ कहीं न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
हर धड़कन में प्यास है तेरी, साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अम्बर तक, मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे न ...
प्यार ये टूटे न, तू मुझसे रूठे न, साथ ये छूटे कभी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
तुझ बिन जोगन मेरी रातें, तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती धूनी, बुझे-बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी...
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी, ये ज़िंदगी ज़िंदगी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना x4
अतिरिक्त पंक्तियां
जाने कैसे अनजाने ही, आन बसा कोई प्यासे मन में
अपना सब कुछ खो बैठे हैं, पागल मन के पागलपन में
दिल के अफ़साने...
दिल के अफ़साने, मैं जानूँ तू जाने, और ये जाने कोई न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
तेरे बिना कुछ कहीं न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
हर धड़कन में प्यास है तेरी, साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अम्बर तक, मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे न ...
प्यार ये टूटे न, तू मुझसे रूठे न, साथ ये छूटे कभी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
तुझ बिन जोगन मेरी रातें, तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती धूनी, बुझे-बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी...
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी, ये ज़िंदगी ज़िंदगी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना x4
अतिरिक्त पंक्तियां
जाने कैसे अनजाने ही, आन बसा कोई प्यासे मन में
अपना सब कुछ खो बैठे हैं, पागल मन के पागलपन में
दिल के अफ़साने...
दिल के अफ़साने, मैं जानूँ तू जाने, और ये जाने कोई न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे ...
तेरे बिना भी क्या जीना
तेरे बिना भी क्या जीना
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